डीमैट अकाउंट चार्ज: एक विस्तृत गाइड

डीमैट अकाउंट चार्ज: एक विस्तृत गाइड

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डीमैट खाते का शुल्क वह राशि है जो आपको ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए अपना डीमैट खाता खोलने और उपयोग करने पर लागू होता है। जब आप एक डीमैट खाता सेट करते हैं, तो आपको अपने डीमैट खाते के संबंधित शुल्कों के बारे में सोचना महत्वपूर्ण होता है। डीमैट खाते के शुल्क दो श्रेणियों में विभाजित किए जा सकते हैं: प्रचालन शुल्क (एएमसी टैक्स, एएमसी, और कई अतिरिक्त) और लेन-देनी लागत, जो ब्रोकरों द्वारा ग्राहकों के लिए लेन-देन के कार्यान्वयन के लिए लागू की जाती हैं, आपके ट्रेड पर लागू स्टैंप-शुल्क और कर।
 

आज हम डीमैट अकाउंट चार्जेज के बारे में विस्तार से बात करेंगे। यह एक महत्वपूर्ण विषय है क्योंकि जब भी आप स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं, तो आपको डीमैट अकाउंट खोलना आवश्यक होता है। तो चलिए शुरू करते हैं।

डीमैट अकाउंट क्या है?

शुरुआत में ही हम समझेंगे कि डीमैट अकाउंट क्या है। 'डीमैट' का मतलब है 'डीमटेरिअलाइज्ड' या इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयरों को होल्ड करना। इसका सीधा सा मतलब है कि आपके शेयर किसी भौतिक रूप में नहीं होंगे, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक रूप में होंगे। यह सिस्टम शेयरों को ट्रैक करने और मॉनिटर करने में काफी आसान है।

सामग्री की तालिका

  1. डीमैट अकाउंट क्या है?
  2. डीमैट अकाउंट के प्रमुख चार्जेज
  3. कैसे करें डीमैट अकाउंट चार्जेज की बचत?

डीमैट अकाउंट के प्रमुख चार्जेज

निम्नलिखित मुख्य चार्जेज हैं जिन्हें आपको डीमैट अकाउंट रखने पर देना होगा:

  • अकाउंट खोलने का चार्ज (Opening Charges)

    यह वह चार्ज है जो आपको डीमैट अकाउंट खोलते समय देना होगा। यह चार्ज सर्विस प्रोवाइडर के आधार पर भिन्न होता है। कुछ बैंक इस पर शून्य चार्ज लेते हैं, जबकि ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और ब्रोकरेज फर्म एक छोटा सा खोलने का शुल्क लेते हैं। यह चार्ज आमतौर पर 100 से 500 रुपये के बीच होता है।
  • वार्षिक मेनटेनेंस चार्ज (AMC Charges)

    डीमैट अकाउंट में आपको न्यूनतम बैलेंस नहीं रखनी होती है, लेकिन इसके बदले आपको एक वार्षिक मेनटेनेंस चार्ज (AMC) देना होता है। यह चार्ज आम तौर पर 200 रुपये से 1000 रुपये तक होता है। यह आपके द्वारा चुने गए डीपी पर निर्भर करता है।
    कुछ विशेष प्रकार के डीमैट अकाउंट जैसे बीएसडीए (बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट) में कुछ रियायतें मिलती हैं। बीएसडीए में, यदि आपकी कस्टडी वैल्यू 50,000 रुपये से कम है तो AMC शून्य होता है। यदि वैल्यू 50,000 से 2,00,000 रुपये के बीच है, तो वार्षिक मेनटेनेंस चार्ज सिर्फ 100 रुपये होता है। और अगर कस्टडी वैल्यू 2,00,000 रुपये से अधिक है, तो यह फुल सर्विस डीमैट अकाउंट के रूप में माना जाएगा।
    ध्यान रहे, कई डीपी पहले साल के लिए  वार्षिक मेनटेनेंस चार्ज को माफ करते हैं, लेकिन यह एक बार की पेशकश होती है और दूसरे साल से आपको पूरा  वार्षिक मेनटेनेंस चार्ज देना होगा।
  • ट्रांजैक्शन या ब्रोकरेज चार्ज

    जब भी आप अपने डीमैट अकाउंट में कोई सिक्योरिटी खरीदते या बेचते हैं, तो आपको एक ट्रांजैक्शन या ब्रोकरेज चार्ज देना होता है। यह चार्ज उस लेन-देन की वैल्यू और सिक्योरिटी के प्रकार पर निर्भर करता है। उदाहरण के लिए, शेयरों की खरीद-बिक्री पर चार्ज अलग होगा और म्युचुअल फंड की खरीद-बिक्री पर चार्ज अलग होगा।
    ये ब्रोकरेज चार्ज आपके द्वारा चुने गए डीपी के नियमों के मुताबिक होते हैं। डीपी आपको अकाउंट खोलते समय ही इन चार्जों के बारे में बता देता है। आमतौर पर ये चार्ज लेन-देन वैल्यू के 0.1% से 0.5% के बीच होते हैं।
  • डीमैट कन्वर्जन चार्ज

    अगर आपके पास कोई भौतिक शेयर सर्टिफिकेट है और आप उसे इलेक्ट्रॉनिक रूप में कनवर्ट करवाना चाहते हैं, तो आपको डीमैट कन्वर्जन चार्ज देना होगा। यह एक नॉमिनल चार्ज होता है और डीपी से डीपी पर इसकी दर अलग-अलग होती है। आमतौर पर यह चार्ज प्रति सर्टिफिकेट 10-50 रुपये के बीच होता है।
  • कस्टोडियन या सेफ्टी चार्ज 

    आपके डीमैट अकाउंट में मौजूद सिक्योरिटीज की सुरक्षा के लिए डीपी एक छोटा सा कस्टोडियन या सेफ्टी चार्ज लेता है। यह चार्ज प्रति सिक्योरिटी 0.5 से 1 रुपये के बीच होता है। इसे मासिक या त्रैमासिक आधार पर लिया जाता है।
  • अन्य संभावित चार्जेज

    कुछ डीपी हैं जो कुछ अन्य शुल्क भी लेते हैं जैसे स्टेटमेंट प्रिंटिंग चार्ज, डुप्लिकेट स्टेटमेंट चार्ज, अकाउंट बंद करने का चार्ज आदि। हालांकि ये चार्जेज बहुत छोटे होते हैं लेकिन फिर भी इनके बारे में पता होना चाहिए।

उदाहरण के लिए, अगर आप किसी कारणवश अपना डीमैट अकाउंट बंद करना चाहते हैं, तो आपको बंद करने का शुल्क देना होगा जो आमतौर पर 100-500 रुपये के बीच होता है।

इसी तरह से अगर आप किसी ट्रांजैक्शन का प्रिंटेड स्टेटमेंट चाहते हैं तो उस पर भी आपको छोटा सा चार्ज देना होगा।

तो ये थे डीमैट अकाउंट के कुछ प्रमुख चार्जेज। अब कुछ महत्वपूर्ण बातें समझते हैं।

कैसे करें डीमैट अकाउंट चार्जेज की बचत?

डीमैट अकाउंट चार्जेज को कम करने के लिए कुछ टिप्स हैं:

  • अगर आपका ट्रेडिंग वॉल्यूम कम है, तो बीएसडीए (बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट) खोलें। इसमें कम चार्जेज लगते हैं।
  • छूट और ऑफर्स का फायदा उठाएं। कई डीपी पहले साल के लिए वार्षिक मेनटेनेंस चार्ज माफ करते हैं।
  • डिजिटल डीमैट अकाउंट पर विचार करें, इनमें भौतिक दस्तावेज कम होते हैं और चार्जेज भी कम लगते हैं।
  • नियमित रूप से अपने डीपी के चार्जेज को रिव्यू करें और अगर जरूरी हो तो दूसरे डीपी पर स्विच करें।
  • ज्यादा से ज्यादा ऑनलाइन लेनदेन करें क्योंकि इनमें चार्जेज कम होते हैं।
  • लॉन्ग-टर्म होल्डिंग रखें ताकि बार-बार ट्रांजैक्शन चार्ज न लगें।

समाप्ति
डीमैट अकाउंट रखने के साथ कुछ चार्जेज जुड़े होते हैं, लेकिन ये निवेश के पूरे अनुभव को देखते हुए बहुत कम हैं। एक छोटे निवेशक के लिए महत्वपूर्ण है कि वह डीपी चुनने से पहले उनके चार्जेज की अच्छी तरह जाँच कर ले। इससे आपको लंबे समय में काफी बचत होगी।

कुछ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे BlinkX डीमैट अकाउंट को शुरू करने के लिए बहुत सस्ते और सरल विकल्प प्रदान करते हैं। वे शून्य ब्रोकरेज चार्ज, असीमित ट्रेडिंग के साथ प्रथम वर्ष के लिए मुफ्त वार्षिक मेनटेनेंस चार्ज और आसान दस्तावेजीकरण प्रक्रिया प्रदान करते हैं। इसके अलावा, उनकी "कोई छिपा हुआ चार्ज नहीं" नीति आपको विश्वास से निवेश करने देती है।

डीमैट अकाउंट चार्जेज से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रमुख चार्जेज हैं - अकाउंट खोलने का चार्ज, वार्षिक मेनटेनेंस चार्ज (AMC), ट्रांजैक्शन या ब्रोकरेज चार्ज, डीमैट कन्वर्जन चार्ज और कस्टोडियन या सेफ्टी चार्ज।

बीएसडीए (बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट) खोलें, छूट और ऑफर्स का फायदा उठाएं, डिजिटल डीमैट अकाउंट चुनें, चार्जेज की नियमित समीक्षा करें, ऑनलाइन लेन-देन करें और लंबे समय तक होल्डिंग रखें।

अगर आपके पास कोई भौतिक शेयर सर्टिफिकेट है और आप उसे इलेक्ट्रॉनिक रूप में कनवर्ट करवाना चाहते हैं, तो आपको डीमैट कन्वर्जन चार्ज देना होता है। यह प्रति सर्टिफिकेट आमतौर पर 10-50 रुपये के बीच का चार्ज होता है।

हां, अगर आप किसी कारण से अपना डीमैट अकाउंट बंद करना चाहते हैं, तो आपको एक अकाउंट बंद करने का शुल्क देना होगा जो आमतौर पर 100-500 रुपये के बीच होता है।

ट्रांजैक्शन या ब्रोकरेज चार्ज उस लेन-देन की वैल्यू और सिक्योरिटी के प्रकार पर निर्भर करता है। आम तौर पर यह आपके द्वारा चुने गए डीपी के नियमों के मुताबिक लेन-देन वैल्यू के 0.1% से 0.5% के बीच होता है।

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