फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट क्या हैं? अर्थ, विशेषताएं, फायदे
- 05 Aug 2024
- By: BlinkX Research Team
आज के समय में, शेयर बाजार में बहुत बदलाव आ रहा है। ऐसे में, फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये खास तरह के समझौते हैं जिनमें निवेशक और व्यापारी अपने आप को भविष्य में होने वाले कीमत बदलावों से बचा सकते हैं और उनसे मुनाफा भी कमा सकते हैं। फ्यूचर्स बाजार एक अलग तरह से चलता है और इसे समझना बहुत जरूरी होता है। इस ब्लॉग में, हम फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट क्या हैं, इसके कार्य, प्रमुख विशेषताओं और जोखिमों समझेंगे।
फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट क्या हैं?
एक फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट में दो लोग - एक खरीदार और एक बेचने वाला - मिलकर यह तय करते हैं कि भविष्य में किसी खास दिन पर वो एक दूसरे से कोई चीज एक निश्चित मूल्य पर लेंगे या देंगे। इन समझौतों में यह भी तय किया जाता है कि उस चीज की मात्रा और गुणवत्ता क्या होगी। ये मानक नियम इसलिए बनाए जाते हैं ताकि व्यापार आसानी से किया जा सके।
फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट एक्सचेंज पर ट्रेड होते हैं। ये बहुत तरल बाजार होते हैं जहां व्यापारी आसानी से खरीदारी और बिक्री कर सकते हैं। फ्यूचर्स व्यापार में लेवरेज का इस्तेमाल होता है जिसका मतलब है कि व्यापारी कम पैसे से भी बड़े पैमाने पर व्यापार कर सकते हैं।
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सामग्री की तालिका
- फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट क्या हैं?
- फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट के प्रमुख लाभ
- विभिन्न प्रकार के फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट
- फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट की प्रमुख विशेषताएं
- फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट के जोखिम
- फ्यूचर्स व्यापार में कामयाबी के लिए कुछ टिप्स
फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट के प्रमुख लाभ
फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट के लाभ कुछ इस प्रकार है:
- हेजिंग का अवसर: फ्यूचर्स आपको अपने पोर्टफोलियो के एक्सपोजर को कवर करने और भविष्य में होने वाले कीमत उतार-चढ़ाव से बचने की अनुमति देते हैं। उदाहरण के लिए, एक कच्चे तेल उत्पादक कंपनी तेल की कीमतों में गिरावट से बचने के लिए कच्चे तेल के फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट खरीद सकती है।
- विविधीकरण: फ्यूचर्स आपके पोर्टफोलियो में नई एक्सपोजर जोड़ने और इसे विविधीकृत (दिवेर्सिफाई) करने का एक तरीका प्रदान करते हैं। आप शेयरों, कमोडिटी, मुद्रा और बांड फ्यूचर के माध्यम से विभिन्न वर्गों में निवेश कर सकते हैं।
- लीवरेज का लाभ: फ्यूचर्स व्यापार लेवरेज का लाभ उठाते हैं, जिसका अर्थ है कि आप कम मार्जिन जमा के साथ बड़े पोजिशन ले सकते हैं। यह आपकी पूंजी पर उच्च रिटर्न प्राप्त करने की क्षमता प्रदान करता है।
- उच्च तरलता: फ्यूचर्स एक्सचेंज में उच्च तरलता के कारण, आप आसानी से बड़ी पोजिशन खरीद और बेच सकते हैं।
विभिन्न प्रकार के फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट
निम्नलिखित तालिका विभिन्न प्रकार के फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट और उनके आधारभूत वस्तुओं को दर्शाती है:
फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट | आधारभूत वस्तु |
कृषि (एग्रीकल्चरल)फ्यूचर्स | ये सबसे पहले फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट थे जो एक्सचेंज पर ट्रेड होते थे। इनमें अनाज के अलावा कपास, लकड़ी, दूध, कॉफी, चीनी और जानवरों से जुड़े फ्यूचर्स भी शामिल हैं। |
एनर्जी फ्यूचर्स | ये फ्यूचर्स कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस जैसे ईंधनों और ऊर्जा उत्पादों से संबंधित होते हैं। |
मेटल फ्यूचर्स | ये फ्यूचर्स सोना, लोहा, तांबा जैसी औद्योगिक धातुओं से जुड़े होते हैं। |
करेंसी फ्यूचर्स | ये मुद्राओं के विनिमय दरों और ब्याज दरों में होने वाले उतार-चढ़ाव से निपटने में मदद करते हैं। |
फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट की प्रमुख विशेषताएं
फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट की कई सारे फायदे है, जिनमे से कुछ नीचे दिए गए है:
- मानकीकरण: फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट एक्सचेंज द्वारा पूरी तरह से मानकीकृत होते हैं। इनमें आधारभूत वस्तु की मात्रा, गुणवत्ता, वितरण की समय-सीमा और भुगतान की शर्तें निर्दिष्ट होती हैं। यह व्यापार को सरल और सुविधाजनक बनाता है।
- मार्क-टू-मार्केट: फ्यूचर्स पोजिशन प्रतिदिन मार्क-टू-मार्केट किए जाते हैं, जिसका अर्थ है कि उनकी कीमत दैनिक बाजार मूल्यों के आधार पर समायोजित की जाती है। नकारात्मक मूल्य परिवर्तन के मामले में, व्यापारियों को अतिरिक्त मार्जिन जमा करनी होगी।
- समाप्ति तिथि: हर फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट की एक निर्दिष्ट समाप्ति तिथि होती है जब वह अनुबंध पूरा हो जाता है। आमतौर पर, उस दिन या उससे पहले व्यापारियों को अपनी पोजिशन बंद करनी होगी।
- दैनिक प्राइस लिमिट: एक्सचेंज फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट के लिए एक दैनिक प्राइस लिमिट निर्धारित करते हैं जिससे उनकी कीमतें नहीं बढ़ सकतीं। यह अत्यधिक अस्थिरता से बचाव करता है।
- भौतिक डिलिवरी: बहुत से फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट भौतिक डिलिवरी के अंतर्गत आते हैं, जिसका अर्थ है कि समाप्ति पर आधारभूत वस्तु का वास्तविक आदान-प्रदान होता है।
फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट के जोखिम
फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट उच्च लाभ अर्जित करने का अवसर प्रदान करते हैं, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण जोखिम भी होते हैं जिन्हें ध्यान में रखना आवश्यक है:
- लेवरेज जोखिम: लेवरेज के कारण, एक छोटी सी गलती भी बड़ी हानि का कारण बन सकती है। इसलिए लेवरेज को सावधानी से प्रबंधित करना आवश्यक है।
- मार्जिन जोखिम: अगर बाजार आपके विरुद्ध जाता है, तो आपको अतिरिक्त मार्जिन जमा करनी पड़ेगी। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते, तो आपकी पोजिशन बंद कर दी जाएगी।
- तरलता जोखिम: कुछ फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट कम तरल होते हैं, जिससे उन्हें ट्रेड करना मुश्किल हो जाता है।
- आधारभूत जोखिम: अगर आप हेजिंग के लिए फ्यूचर्स का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको आधारभूत वस्तु और फ्यूचर्स के बीच प्राइस मिस-मैचिंग का जोखिम उठाना पड़ता है।
- समाप्ति जोखिम: फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट की समाप्ति के दिन, मूल्य बहुत अस्थिर हो सकता है क्योंकि व्यापारी अपनी पोजिशन बंद करते हैं। इस बिंदु पर कीमतें कहीं भी जा सकती हैं, जिससे बड़ी हानि या लाभ हो सकता है।
फ्यूचर्स व्यापार में कामयाबी के लिए कुछ टिप्स
फ्यूचर्स व्यापार में सफलता प्राप्त करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है ताकि आप इस जोखिमपूर्ण लेकिन लाभदायक बाजार में अपनी राह बना सकें। कुछ प्रमुख टिप्स इस प्रकार हैं:
- फ्यूचर्स व्यापार जटिल हो सकता है, इसलिए पर्याप्त शिक्षा और प्रशिक्षण लेना महत्वपूर्ण है। व्यापारियों को फ्यूचर्स के विभिन्न तकनीकी पहलुओं को समझना चाहिए।
- एक स्पष्ट व्यापारिक रणनीति होना आवश्यक है जिसका पालन किया जाए। यह आपको अनुशासित और केंद्रित रहने में मदद करेगा।
- अपनी रणनीति का बैकटेस्टिंग करें ताकि आप देख सकें कि पिछले डेटा में यह कैसा प्रदर्शन करता है। इससे आपको कमजोरियों को खोजने और सुधारने में मदद मिलेगी।
- हमेशा एक अच्छा जोखिम प्रबंधन तंत्र अपनाएं जिसमें स्टॉप लॉस, पोजिशन साइजिंग और मैनेज्ड लेवरेज शामिल हों।
- जब तक आप पूरी तरह से आश्वस्त न हों, तब तक डेमो ट्रेडिंग के साथ शुरुआत करें। इससे आपको वास्तविक जोखिम के बिना अभ्यास करने का अवसर मिलेगा।
- अनुशासित और ठंडे दिमाग से व्यापार करें। भावनाओं से काम न लें और हमेशा अपनी व्यापारिक योजना का पालन करें।
समाप्ति
फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट शक्तिशाली उपकरण हैं जो निवेशकों और व्यापारियों को बाजार के उतार-चढ़ाव से बचने और अपने पोर्टफोलियो को विविधीकृत करने में सक्षम बनाते हैं। हालांकि, इनमें उच्च जोखिम भी शामिल है, इसलिए विवेकपूर्ण जोखिम प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण है। शिक्षा, अनुशासन और एक स्पष्ट रणनीति के साथ, व्यापारी फ्यूचर्स बाजारों में लाभ कमा सकते हैं।
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फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
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